मेरा जीवन, एक सहरा
तेरे बिन
यकीन कर।
तुम हो तो मेरा जीवन है
तुम हो तो मेरा तन-मन है
तुम तो हो मेरा योवन है
तुम हो तो।
तुम हो तो जीवन मधुशाला
तुम हो तो अंग योवन हाला
तुम हो तो पल-पल मतवाला
तुम हो तो।
तुम हो तो कोई शोक नही
तुम हो तो कोई जोग नही
बस तुम और मधु मुझे चाहिए
बन जाए जीवन मधुशाला
मेरा ये जीवन मधुशाला।
मेरा जीवन एक सहरा
तेरे बिन
यकीन कर।
प्रभात sardwal
1 comment:
Huzoor, lagta hai ki aap, Bacchhan jee se insprired hain.
Achha likhte hain, keep it up
Rajesh Aggrawal
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