अच्छा लगा आपका आना - फुरशत मिले तो जरूर दो चार पंक्तिया पढें....हँसते रहिये, मुश्कुराते रहिये, और जीवन को इसी खूबसूरती से जीते रहिये...आपका....प्रभात

10 November 2009

उमर सत्ताइश हो गयी प्यारे

उमर सत्ताइश हो गयी प्यारे

शादी की कोई बात karaye

अच्छी लड़की से मिलवाए

सात फेरे जो संग लगाये

उमर सत्ताइश हो गयी प्यारे।

कब तक यूह ही काटूं जीवन

बिन आशा-अभिलाषा के

बिन सावन, बिन barkha के

घर के उसका पता बताये

मम्मी-dadee से मिलवाए

chaye पर जो मुझे bulaye

उमर सत्ताइश हो गयी प्यारे।

रास्ता निkale कोई यार मेरा

सुभचिन्तक, रिश्तेदार मेरा

उन कलि आंखों वाली से

उन मीठी बाaton वाली से

मेरी कोई पहचान कराइ

उमर सत्ताइश हो गयी प्यारे

उमर सत्ताइश हो गयी प्यारे।

प्रभत सर्द्वाल

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